शी जिनपिंग के G-20 में नहीं आने से निराश हैं जो बाइडेन, फिर कहा लेकिन मैं उनसे मिलने जा रहा हूँ

By: Shilpa Mon, 04 Sept 2023 1:18:51

शी जिनपिंग के G-20 में नहीं आने से निराश हैं जो बाइडेन, फिर कहा लेकिन मैं उनसे मिलने जा रहा हूँ

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह भारत में जी20 शिखर समिट में हिस्सा लेने के लिए बहुत उत्सुक हैं, लेकिन उन्हें निराशा है कि उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग इस सम्मेलन के लिए नई दिल्ली नहीं आ रहे हैं। व्हाइट हाउस ने बीते शुक्रवार को घोषणा की थी कि बाइडेन जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 7 सितंबर को भारत जाएंगे और 8 सितंबर को वह इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।

भारत G-20 के अध्यक्ष के रूप में 9-10 सितंबर को इस प्रभावशाली समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दो दर्जन से अधिक विश्व नेता हिस्सा लेने वाले हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को रेहोबोथ बीच, डेलावेयर में संवाददाताओं से कहा कि, मैं निराश हूं, लेकिन मैं उनसे मिलने जा रहा हूं। बाइडेन ने ये बयान संवाददाताओं के उस सवाल पर दिया, जब उनसे उन संकेतों के बारे में पूछा गया, कि शी जिनपिंग, शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।

हालांकि, जो बाइडेन ने यह नहीं बताया, कि वह चीनी राष्ट्रपति से कहां मिल सकते हैं। यदि शी जिनपिंग, दिल्ली नहीं आते हैं, तो उन्हें और बाइडेन को नवंबर में मिलने का मौका मिल सकता है, जब अमेरिका सैन फ्रांसिस्को में APEC सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

शी जिनपिंग, शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय राजधानी की यात्रा करने की योजना नहीं बना रहे हैं। यह फैसला, चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है और इससे उनके संबंधों में और गिरावट आने की संभावना है। चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग, शी जिनपिंग के स्थान पर शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में मिले थे

बाइडेन और शी जिनपिंग ने आखिरी बार नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर बात की थी, लेकिन कोई भी प्रगति तब पटरी से उतर गई, जब एक कथित चीनी जासूसी गुब्बारा अमेरिका के ऊपर मंडराया था और अमेरिका ने उसे मार गिराया था।

दोनों देशों के बीच ताइवान और इंडो-पैसिफिक से जुड़े कई मुद्दों पर बुनियादी असहमति है, जिनमें अमेरिकी नेताओं का लगातार ताइवान जाना, चीन के खिलाफ सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी को लेकर प्रतिबंध समेत इंडो- पैसिफिक में चीन की विस्तारवादी नीति है, जिसके खिलाफ अमेरिका खड़ा है।

हाल के महीनों में कई उच्च-स्तरीय बिडेन प्रशासन के अधिकारियों ने संबंधों में सुधार की कोशिश करते हुए चीन की यात्राएं की है, जिनमें विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, वित्त मंत्री जेनेट येलेन, बाइडेन के जलवायु दूत जॉन केरी और वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो शामिल हैं।

अमेरिका को उम्मीद थी, कि भारत में जी-20 बैठक चीन के साथ संबंधों में नरमी लाने की दिशा में अगला कदम हो सकती है और बाइडेन ने पिछले सप्ताह कहा था, कि उन्हें "उम्मीद" है कि शी जिनपिंग शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

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